Rajasthan Ki Rajdhani Kya Hai राजस्थान की राजधानी क्या है

इस आर्टिकल में आप जानेगे की राजस्थान की राजधानी क्या है ( Rajasthan Ki Rajdhani Kya Hai ) और राजस्थान की राजधानी से जुडी कुछ उपयोगी जानकारियां। इसके पहले हम आप को Uttar Pradesh Ki Rajdhani के बारे में बता चुके हैं। राजस्थान की परंपरा, संगीत और भेष भूषा अतुलनीय है और भारत का ये राज्य कई प्रकार के सांस्कृतिक विरासतों को अपने अंदर समेटे हुए है।

राजस्थान का परिचय

राजस्थान की स्थापना 1 नवंबर 1956 को हुई थी। राजस्थान में कुल मिलकर 33 जिले हैं। चलिए अब हम राजस्थान के बारे में कुछ जानकारियां आपको बताते हैं। अगर क्षेत्रफल की दृष्टि से देखा जाए तो राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है। इसका क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग किलोमीटर होने की वजह से यह एक विशाल राज्य है। भारतवर्ष के कुल क्षेत्रफल का 10.41 प्रतिशत सिर्फ राजस्थान का है।

अगर अन्य देशों से तुलना की जाए तो राजस्थान इजराइल से 17 गुना बड़ा है इंग्लैंड से 2 गुना बड़ा है श्रीलंका से 5 गुना बड़ा है और जापान की तुलना में बस जापान से थोड़ा सा ही छोटा है। छठी शताब्दी में राजस्थान में राजपूत राज्यों का उदय हुआ और राजपूत राज्यों की प्रधानता की वजह से इसे राजपूताना भी कहा जाता है। ऋग्वेद में राजस्थान को ब्रह्मवर्त और रामायण में वाल्मीकि ने राजस्थान को मरुकांतर के नाम से संबोधित किया है।

अब आपको राजस्थान के लंबाई और चौड़ाई के बारे में बताते हैं। पूरब से पश्चिम तक राजस्थान की चौड़ाई 869 किलोमीटर है और उत्तर से दक्षिण तक राजस्थान की लंबाई 826 किलोमीटर है। राजस्थान में सूर्योदय सबसे पहले धौलपुर जिले के सिलाना गांव में होता है और सब से देरी से सूर्य उदय जैसलमेर जिले के कटरा गांव में होता है। अगर सांस्कृतिक दृष्टि से देखें तो राजस्थान में उदयपुर राजसमंद भीलवाड़ा चित्तौड़गढ़ और प्रतापगढ़ को मेवाड़ कहा जाता है। जोधपुर नागौर पाली बीकानेर जैसलमेर बाड़मेर को मारवाड़ कहा जाता है जयपुर दोसा टोंक और अजमेर के भाग को ढूंढाड़ कहा जाता है।

कोटा बूंदी बारे और झालावाड़ के भूभाग को हाडोती कहा जाता है चूरू सीकर और झुंझुनूं को शेखावाटी नाम से पुकारते हैं, अलवर और भरतपुर को मेवात कहा जाता है और डूंगरपुर तथा बांसवाड़ा को वागड़ कहा जाता है। राजस्थान के दक्षिण पूर्व में मध्यप्रदेश है उत्तर में पंजाब और उत्तर पूर्व में उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा राज्य की सीमाएं लगती हैं और राजस्थान के पश्चिम में पाकिस्तान की सीमाएं लगती हैं।

What is the Capital of Rajasthan राजस्थान की राजधानी

आइये अब जान लेते हैं की Rajasthan Ki Rajdhani Kya Hai. राजस्थान की राजधानी जयपुर है। जयपुर को पिंक सिटी भी कहा जाता है और साथ ही इसे भारत का पेरिस भी कहा जाता है अगर प्राचीन काल की बात करें तो जयपुर राजाओं की राजधानी हुआ करता था। इसकी स्थापना राजा जयसिंह द्वितीय ने 1728 में की थी। जयपुर राजस्थान राज्य का सबसे बड़ा शहर है जो तीन तरफ से अरावली पर्वत मालाओं से घिरा हुआ है।

सन 1876 में महाराज सवाई राम सिंह ने इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ प्रिंस ऑफ वेल्स प्रिंस अल्बर्ट के स्वागत में पूरे शहर को गुलाबी रंग से रंगवा दिया था और तभी से इसका नाम गुलाबी नगर पड़ गया यानी कि पिंक सिटी। है ना कमाल की बात? अगर टूरिज्म की दृष्टि से देखें तो जयपुर काफी प्रसिद्ध है। यहां पर नाहरगढ़ दुर्ग वेधशाला हवा महल परिसर जंतर मंतर पर्यटन के विशेष आकर्षण केंद्रों में से एक है।

Jaipur Area and Population

जयपुर का क्षेत्रफल 467 स्क्वायर किलोमीटर है और 2021 में जयपुर की आबादी करीब 40 लाख है। जयपुर में मुख्य रूप से राजस्थानी भाषा बोली जाती है इसके अलावा यहां इंग्लिश मारवाड़ी और हिंदी भाषा भी बोली जाती है।

Weather of Jaipur जयपुर का तापमान – Jaipur Temperature

जयपुर में सर्दियों की शुरुआत अक्टूबर महीने में होती है और मार्च महीने में खत्म होती है सर्दियों में यहां न्यूनतम तापमान सर्दियों में यहां न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेंटीग्रेड 5 डिग्री सेंटीग्रेड से लेकर अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेंटीग्रेड तक होता है गर्मी की शुरुआत यहां मार्च महीने से शुरू होकर जून महीने तक चलती है और इस समय यहां पर काफी गर्मी पड़ती है और यहां का तापमान 45 डिग्री सेंटीग्रेड तक चला जाता है।

गर्मियों में यहां न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेंटीग्रेड के आसपास होता है। जैसा कि आप जानते हैं कि जयपुर शहर अपने अनोखे कल्चर के लिए मशहूर है साथ ही साथ यहां के जो राजवाड़े हैं वह लोगों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र है। अगर टूरिज्म की दृष्टि से देखा जाए तो जयपुर भारत के मशहूर टूरिस्ट प्लेसेस में से एक है। जयपुर विजिट करने का सबसे बेहतर टाइम सर्दियों में है जब यहां पर तापमान 13 डिग्री से 25 डिग्री के बीच में रहता है।

जयपुर का किला Jaipur Fort ( Aamer Fort )

जयपुर में आमेर किला सबसे ज्यादा मशहूर है जो जयपुर से 11 किलोमीटर की दूरी पर अरावली पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। यह किला अपने सौंदर्य और अनूठी वास्तु कला तथा शिल्प कला के लिए पूरी दुनिया में विख्यात है। इसका निर्माण राजा मानसिंह ने किया था इसके लिए की खूबसूरती इसकी भव्यता और इसके आकर्षक निर्माण की वजह से इसे विश्व विरासत की श्रेणी में रखा गया है और यह राजस्थान के मशहूर दर्शनीय स्थलों में से एक है।

Jaipur Fort Nahargarh

नाहरगढ़ किला एक बहुत ही खूबसूरत और भव्य किला है जिसका निर्माण महाराजा सवाई जयसिंह ने 1734 में करवाया था इस किले में एक खास बात यह है कि यहां पर कभी कोई हमला नहीं हुआ। इस किले का इस्तेमाल गर्मियों से बचने के लिए गर्मियों के मौसम में किया जाता था क्योंकि यह पहाड़ियों पर स्थित है। नाहरगढ़ किले में कई मशहूर फिल्मों की शूटिंग हुई है जैसे रंग दे बसंती और शुद्ध देसी रोमांस।

हवा महल (Hawa Mahal)

हवामहल को महाराजा सवाई सिंह ने बनवाया था यह महल बेहद खूबसूरत है। इसका निर्माण महारानी यों के लिए किया गया था ताकि यहां से वह गली मोहल्ले में होने वाले त्योहारों और उत्सव की झांकियां देख सके। इस महल में आपको हिंदू राजपूतों की वास्तुकला का बेहद शानदार प्रदर्शन देखने को मिलता है। इस महल में कुल 953 झरोखे बनाए गए हैं जहां से आप आसपास के नजारों को बेहद आसानी से देख पाते हैं। इन झरोखों से गुजरने वाली ठंडी हवा से आप आनंदित और मदहोश महसूस करेंगे।

Jaipur Food and Culture

आइए अब थोड़ी सी जानकारी ले लेते हैं कि जयपुर में खाने में क्या मशहूर है अगर आप जयपुर जाएं तो जयपुर में पंडित जी की पाव भाजी का आनंद जरूर उठाएं यह आपकी यात्रा को और भी ज्यादा खूबसूरत और स्पाइसी बना देगी इसके अलावा यहां पर लस्सी वाला की लस्सी जरूरी है जोकि राज मंदिर सिनेमा के पास एमआई रोड पर स्थित है और इसकी स्थापना 1944 में हुई थी यहां की रावत कचोरी भी बहुत मशहूर है यह सिंधी कैंप बस स्टैंड के पास स्थित है और इसकी कीमत करीबन ₹20 है इसके बाद गोपाल जी के गोलगप्पे यहां के मशहूर स्ट्रीट फूड में से एक है।

अगर आप चाट के शौकीन हैं तो आप c-scheme स्थित अहिंसा सर्किल स्थित गोपाल जी के गोलगप्पे परफेक्ट गोपाल जी के गोलगप्पे जरूर खाएं इस दुकान में आपको गोलगप्पे के कई सारे फ्लेवर मिल जाएंगे और साथ में आलू और पनीर का चार्ट भी मिल जाएगा इसकी कीमत 20 से लेकर ₹50 के बीच है और इसके साथ-साथ आप इंडियन आइसक्रीम फालूदा जो के बगल में मिलता है यह इतना स्वादिष्ट होता है कि आप एक बार इसको खा लेंगे तो आप कभी नहीं बोलेंगे।

Jaipur King जयपुर के राजा

वर्तमान समय में जयपुर के राजा जिनका नाम है महाराजा सवाई पदमनाभ सिंह ( Padmanabh Singh ) इनका जन्म 12 जुलाई 1998 को हुआ था और यह भारत के सबसे अमीर राजाओं में से एक है। इन्हें ट्रैवल करना बहुत पसंद है और यह समय-समय पर पूरे विश्व की यात्रा करते हैं। महाराजा सवाई पदमनाभ सिंह ऐसा मानते हैं कि ऐसा करने से वह अलग अलग सभ्यताओं से अलग अलग लोगों से बहुत कुछ सीख सकते हैं।

राजा पदम नाथ अपने को एक सामान्य व्यक्ति की तरह मानते हैं जो अपने परिवार से बहुत प्रेम करता है। उन्हें फैशन और फोटोग्राफी का बेहद पसंद है और उन्हें फोटो सेशन का भी बड़ा शौक है। वह अक्सर अपने दादा द्वारा पहने गए कपड़ों को देखते हैं और इससे उन्हें बड़ा ही इंस्पिरेशन मिलता है उन्हें अच्छे कपड़े सिलवाने का बेहद शौक है। वह सबके साथ इज्जत से पेश आते हैं।

अक्सर वह अपनी कार से उतर कर अपने जो गेटकीपर है पहरेदार हैं उनसे उनका हाल पूछते हैं और अपने को हंबल बनाए रखने की कोशिश करते हैं ताकि हर व्यक्ति के साथ वह अच्छा और सहज व्यवहार बना के रख सके और निश्चित रूप से एक राजा के अंदर इतने गुण होना बहुत बड़ी बात है।

तो दोस्तों यह भी जानकारी राजस्थान की राजधानी जयपुर के बारे में हमें उम्मीद है कि इस लेख में हमने जयपुर शहर के सभी प्रमुख आकर्षण केंद्रों का जिक्र किया है साथ ही साथ जयपुर में खाने में अच्छा क्या मिलता है, जयपुर में घूमने के लिए मशहूर किले कौन से हैं, जयपुर के राजा कौन है, जयपुर का क्षेत्रफल कितना है, जयपुर की आबादी कितनी है, जयपुर में कौन सी भाषाएं बोली जाती हैं और जयपुर की लंबाई और चौड़ाई कितनी है इन सभी के बारे में बताया है।

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