आज आप सीखेंगे की ओ लेवल कोर्स ( O Level Course in Computer ) क्या होता है और इसे करने से क्या फायदे हैं। अगर आप सरकारी जॉब ( Sarkari Job ) प्राप्त करना चाहते हैं तो वह लेवल कंप्यूटर कोर्स आपके लिए बहुत ही जरूरी है अगर आप प्राइवेट जॉब में भी जाना चाहते हैं तो यह कोर्स आपको जरूर करना चाहिए क्योंकि इससे आपकी जॉब मिलने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाएगी क्योंकि आज हम टेक्नोलॉजी के युग में जी रहे हैं जहां कंप्यूटर के माध्यम से ही सारे काम होते हैं तो आइए जानते हैं कीओ लेवल कोर्स क्या है और इसमें आप क्या-क्या सीख सकते हैं।
Affiliation of O Level Course in Computer
ओ लेवल कोर्स NIELIT (National Institute Of Electronics & Information Technology) द्वारा मान्यता प्राप्त एक कंप्यूटर में डिप्लोमा कोर्स है। ये पहले DOEACC के नाम से प्रचलित था और अब इसका नाम NIELIT हो गया है। ये एक सरकारी संस्था है और ओ लेवल कोर्स को मान्यता यही प्रदान करती है। ओ लेवल कोर्स के लिए साल में दो बार प्रवेश मिलता है जिसका एडमिशन जुलाई तथा जनवरी में होता है।
NIELIT Courses List
NIELIT द्वारा मान्यता प्राप्त कंप्यूटर कोर्स इस प्रकार हैं।
O Level Course
- Junior Programmer
- EDP Assistant
- Web Designer
- Lab Demonstrator
A Level Course ( Equivalent to PGDCA Course )
- Programmer
- Web Administrator
- Faculty
- Web Content Developer
B Level Course ( Equivalent to MCA )
- Database Administrator
- System Administrator
- Senior Faculty
- Software Engineer
C Level Course ( Equivalent to M.Tech )
- Project Manager
- IT Consultant
- R & D Scientist
- System Specialist
BCC ( Basic Computer Course )
- Computer Operator
- Training Demonstrator
CCC ( Certificate in Computer Concepts )
- Computer Operator
- Training Demonstrator
Eligibility For O Level Course Admission
जिन विद्यार्थियों ने 10+2 यानी कि 12वीं की पढ़ाई पूरी कर ली है या फिर जिनके पास आईटीआई का सर्टिफिकेट हो वह इस कोर्स में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। ओ लेवल कोर्स करने के लिए 12वीं में साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स से उत्तीर्ण होना जरूरी है। ओ लेवल के कोर्स को करने के बाद आप ए लेवल के कोर्स को करने के लिए योग्य हो जाते हैं। कंप्यूटर साइंस की दुनिया में ए लेवल कोर्स को एडवांस डिप्लोमा के लेवल का माना जाता है।
O Level Course Duration
ओ लेवल कोर्स का ड्यूरेशन 1 साल होता है लेकिन किसी वजह से अगर आप इसका एग्जाम नहीं दे पाते हैं तो आपको अधिकतम 5 सालों का वक्त मिलता है। आपका रजिस्ट्रेशन 5 सालों के लिए होता है और 5 सालों के अंदर आपको इसे कंप्लीट करना होता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की यह कोर्स बहुत ही बेसिक कोर्स होता है इसलिए इसे आप आसानी से 1 साल के अंदर पूरा कर सकते हैं।
O Level Module
ओ लेवल कोर्स में कुल 4 Module होते हैं जिनका विवरण इस प्रकार है।
Module | Course Name |
M1-R4 ( Module 1 ) | IT Tools and Business Systems |
M2-R4 ( Module 2 ) | Internet Technology and Web Design |
M3-R4 ( Module 3 ) M4.1-R4 ( Alternate ) | Programming and Problem Solving through ‘C’ language Application of .NET Technology |
M4.2-R4 ( Module 4 ) | Introduction to Multimedia |
How To Apply For O Level Course
ओ लेवल कोर्स में आप दो तरीके से एडमिशन ले सकते हैं। पहला ये है की आप डायरेक्ट NIELIT की वेबसाइट पर जा सकते हैं और वहां से आप कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। दूसरा तरीका यह है कि आप किसी निकटतम कंप्यूटर इंस्टिट्यूट में जाकर और उन के माध्यम से O Level Course कर सकते हैं। जब आप डायरेक्ट NIELIT की वेबसाइट में जाकर ओ लेवल के कोर्स के लिए एडमिशन लेते हैं तो इसमें आपका खर्च 3000 से ₹4000 के बीच होता है। NIELIT की वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
इसके अलावा आपको जो पढ़ाई करनी होती है और ट्यूशन की फीस देनी होती है वह अलग होती है। जब आप किसी कंप्यूटर इंस्टिट्यूट के माध्यम से ओ लेवल कोर्स करते हैं तो इंस्टीट्यूट चुकी आपको पूरी सहायता प्रदान करता है और आपको पढ़ाई करवाता है। इसके लिए अलग-अलग इंस्टीट्यूट के अलग-अलग फी स्ट्रक्चर होते हैं।
हमारा सुझाव यह है कि आप इस कोर्स को कंप्यूटर इंस्टिट्यूट के माध्यम से करें। इससे इस कोर्स को करना आपके लिए बहुत ही आसान हो जाएगा और सही शिक्षक और सही मार्गदर्शन मिलने से आप इसे 1 साल के अंदर कंप्लीट कर सकेंगे।
O Level Course Exams
ओ लेवल कोर्स की परीक्षा साल में दो बार आयोजित होती है। आप जब किसी सत्र की परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं तो जनवरी या फिर जुलाई के महीने में आप को परीक्षा देनी होती है। आप आपकी तयारी और सहूलियत के अनुसार 1 दिन में दो पेपर का एग्जाम भी दे सकते हैं और प्रतिदिन एक पेपर का एग्जाम भी दे सकते हैं। जब भी आप किसी पेपर के लिए अप्लाई करते हैं तो आपको प्रति पेपर के लिए एग्जामिनेशन फी देनी होती है जिसका विवरण आप को NIELIT की वेबसाइट से प्राप्त हो जायेगा। जब आप लिखित परीक्षा क्लियर कर लेते हैं तो आपको प्रैक्टिकल एग्जाम और साक्षात्कार ( VIVA ) के लिए आवेदन करना होता होता है।
ओ लेवल कोर्स की परीक्षा के 2 महीने के बाद इसका रिजल्ट की वेबसाइट पर उपलब्ध हो जाता है जहां आप इसे देख सकते हैं और डाउनलोड कर सकते हैं। अगर आपने किसी कंप्यूटर इंस्टिट्यूट के माध्यम से एग्जाम दिया है तो आप अपना रिजल्ट उस संसथान से भी प्राप्त कर सकते हैं। इस परीक्षा में पास होने के लिए आपको 50% से ज्यादा अंक लाने अनिवार्य हैं और इसमें प्रैक्टिकल के अंकों को नहीं जोड़ा जाता है। इसके बावजूद O Level में उत्तीर्ण होने और सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए आपको प्रैक्टिकल एग्जाम और सारे प्रोजेक्ट को कंप्लीट करना अनिवार्य होता है।
Conclusion
आज आपने सीखा ओ लेवल कोर्स क्या है, ओ लेवल के Module क्या है और ओ लेवल की परीक्षा कैसे दी जाती है। इस कोर्स को करने के बाद आपकी sarkari naukari मिलने की सम्भावना काफी बढ़ जाती है क्यूंकि आपके पास कंप्यूटर की पुख्ता जानकारी होती है। अगर आपका कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट में पूछ सकते हैं हम आपकी पूरी सहायता करेंगे। नियमित रूप से उपयोगी जानकारियों के लिए आप ईमेल के माध्यम से हमारे ब्लॉक अजनभा को सब्सक्राइब कर सकते हैं ताकि जब भी हम कोई नया पोस्ट पब्लिश करें तो आपको इसकी जानकारी प्राप्त हो जाए। आपने इस आर्टिकल को पूरे ध्यान से अंत तक पढ़ा इसके लिए हृदय की गहराइयों से एक बार पुनः आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
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