अगर आप एक संगीतकार हैं और भारतीय शास्त्रीय संगीत में रूचि रखते हैं तो आपने राग यमन के बारे में सुना ही होगा। राग यमन हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत का एक महत्वपूर्ण राग है जिसका भारतीय गानों में खूब इस्तेमाल होता आया है। आज हम जानेंगे इस राग के बारे में और उन गानों के बारे में जो इस राग पर आधारित हैं। ये राग कल्याण थाट से उत्पन्न हुआ है और इसे गाने का समय रात्रि का पहला प्रहार अर्थात शाम 6 बजे से लेकर 9 बजे तक है। आइये नीचे दिए गए चार्ट के माध्यम से इसे हम समझते हैं।
स्वर | सारे शुद्ध स्वर सिर्फ माध्यम तीव्र |
जाती | संपूर्ण – संपूर्ण |
थाट | कल्याण |
वादी / सम्वादी | गांधार / निषाद |
समय | रात्रि का प्रथम प्रहर ( शाम 6 बजे से 9 बजे रात तक ) |
आरोह | सा रे ग म’ प ध नी सा’ ( तीव्र म’ ) |
अवरोह | सा’ नी ध प म’ ग रे सा ( तीव्र म’ ) |
पकड़ | नी रे ग, ग म’ प, म’ ग रे सा |
ऊपर दिए गए चार्ट से आपको राग यमन की बारीकियां समझ में आ गयी होंगी। आइये अब जानते हैं कुछ गानों के बारे में जो राग यमन पर आधारित हैं।
1. चन्दन सा बदन चंचल चितवन : इस गाने को मुकेश ने गाया था और ये राग यमन का एक अच्छा उदहारण है।
2. इन्ही लोगों ने ले लीना : लता मंगेशकर द्वारा गाया गया ये सुपरहिट गीत आज भी संगीत प्रेमियों के दिल में बसा है जिसे मीना कुमारी की शानदार अदायगी ने अमर बना दिया था।
3. जब दीप जले आना : चितचोर फिल्म में येसुदास द्वारा गाये गाये इस अमर गीत को तो आप भूले नहीं होंगे ना ? ये भी राग यमन पर आधारित है।
4. जय जय हे जगदम्बे माता : इस आरती को लता मंगेशकर और किशोर कुमार ने गाया था और ये भी राग यमन का एक अच्छा उदहारण है।
5. मौसम है आशिक़ाना : लता मंगेशकर द्वारा गाये गए इस गाने ने लाखों का दिल जीत लिया था। अब जब भी ये गाना सुनना तो राग यमन को धन्यवाद् कहना।
ये राग यमन पर आधारित हज़ारों गानों में से सिर्फ कुछ उदहारण हैं। अगर आप सर्च करेंगे तो आपको ऐसे बहुत सारे गाने मिल जायेंगे। जैसे जैसे आप राग यमन को समझना शुरू करेंगे आपको गानों की पहचान अपने आप होती जाएगी। नियमित रूप से ऐसे ही ज्ञानवर्धक जानकारियों के लिए अजनाभ को सब्सक्राइब ज़रूर करें। आपके सहयोग और प्रेम के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। जय हिन्द।