राग भैरवी ( Raag Bhairvi ) सुबह में गाया जाने वाला एक मधुर राग है जिसमे रे ग ध और नी कोमल स्वर लगते हैं और बाकी सभी शुद्ध स्वर होते हैं। इस राग में एक ऊर्जा है जो आपको ईश्वर से जोड़ती है इसलिए इस राग में भजन और भक्ति संगीत काफी मात्रा में बनाया गया है। इसके अलावा इस राग में बहुत सारे फ़िल्मी गाने भी सुरबद्ध किये गए हैं। ज़्यादातर गायक सुबह में अपने रियाज़ की शुरुवात इसी राग से करते हैं। आइये नीचे दिए गए चार्ट के द्वारा ( Raag Bhairvi ) की बारीकियां समझते हैं।
स्वर | रे ग ध और नी कोमल और बाकी सभी शुद्ध स्वर |
जाती | संपूर्ण / संपूर्ण |
थाट | भैरवी |
वादी / सम्वादी | प / सा |
समय | दिन का पहला प्रहार ( सुबह 6 से 9 बजे तक ) |
आरोह | सा रे ग म प ध नी सा ’ |
अवरोह | सा’ नी ध प म ग रे सा |
पकड़ | ’ नी सा ग म ध प ग म प ग म रे सा |
ऊपर दिए गए चार्ट से आपको राग भैरवी की विशेषताएं समझ में आ गयी होंगी। आइये अब एक नज़र डालते हैं कुछ गानों पर जो इस राग के बेहतरीन उदहारण हैं।
- तू गंगा की मौज : मोहम्मद रफ़ी द्वारा गाया गया बैजू बावरा फिल्म का ये गाना राग भैरवी पर आधारित है जिसे आज भी संगीत प्रेमी बड़े चाव से सुनते हैं.
- दो हंसो का जोड़ा बिछड़ गया रे : लता मंगेशकर द्वारा गाया गया ये गाना भी राग भैरवी का एक बेहतरीन उदहारण है.
- हमें तुमसे प्यार कितना : किशोर कुमार द्वारा गाया गया ये गाना शायद ही कोई संगीत प्रेमी हो जिसने ना सुना हो ये राग भैरव पर आधारित है.
- कर चले हम फ़िदा : हर साल स्वंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर बजने वाले इस सुपरहिट गाने को सुनते है राग भैरवी की याद आती है.
राग भैरवी को सुबह में गाने से बहुत ही सुखद अहसास होता है आप अपने दिन की शुरुवात इसी राग से करें। ऊपर दिए गए गाने सिर्फ कुछ उदहारण हैं इस तरह के हज़ारों गाने हैं जो राग भैरव पर आधारित हैं। उम्मीद है ये लेख आपको अच्छा लगा होगा, नियमित रूप से ऐसे ही उपयोगी जानकारियों के लिए अजनाभ को सब्सक्राइब करें आपके सहयोग और प्यार के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। जय हिन्द।
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