दोस्तों अगर आप एक सिंगर हैं और आपकी आवाज़ की रेंज बढ़ाना चाहते हैं तो आज इस online singing lesson में हम आपको कुछ बेहतरीन singing tips देंगे जिससे आपको निश्चित रूप से बहुत फायदा होगा। अगर आप इन सभी नियमों की अमल में लाएंगे और जो singing exercises हम आपको बताने जा रहे हैं उसको नियमित तरीके से करेंगे तो आप 30 दिनों के अंदर आपकी आवाज़ में बदलाव महसूस करेंगे।
एक अच्छी आवाज़ के लिए vocal exercises के साथ साथ कुछ नियमों का पालन भी अत्यंत ज़रूरी है। आइये जानते हैं वो नियम जिससे आपकी आवाज़ की रेंज बढ़ती है।
१। पर्याप्त नींद लें : अगर आप आपकी vocal range बढ़ाना चाहते हैं तो अच्छी नींद लें। जैसी सोने की और सुबह जल्दी उठने की आदत डाल लें। इससे आपकी आवाज़ में मिठास बानी रहेगी और आपके ऊपर के सुर यानि की high pitch notes अच्छे से लगेंगे। अगर आप पूरी नींद नहीं लेते तो आपकी आवाज़ की रेंज काम हो जाती है और लम्बे समय तक ऐसा होने से आपकी आवाज़ ख़राब हो जाती है।
२। नियमित रूप से व्यायाम करें : प्राचीन काल में जो लोग शास्त्रीय संगीत का रियाज़ करते थे, उन्हें शास्त्रीय संगीत सीखने से पहले अखाड़े में जाके कुश्ती करने को कहा जाता था और उनके खाने पीने में दूध दही और पौस्टिक आहार दिया जाता था। सुनने में ये बात बहुत अजीब लगती है लेकिन ज़रा सोचिये गाना गाने के लिए भी शारीरिक ताकत लगती है, अगर आपका शरीर कमजोर हुआ तो इसका असर आपकी रेंज पर पड़ेगा इसलिए आज से ही फिटनेस पर ध्यान देना शुरू कर दें। आप दौड़ लगाएं, तैराकी करें, जिम जाएं या घर में ही व्यायाम करें ये आपके ऊपर निर्भर करता है।
३। पौष्टिक आहार लें : शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आपको अच्छा भोजन करना चाहिए जिसमे प्रोटीन और विटामिन की सही खुराक हो। इससे आपकी आवाज़ की रेंज बढ़ती है। आपने सुना होगा की गायक खाने पीने में बड़े ही पाबंद होते हैं और बाहर का खाना नहीं खाते। आपको आज से ही आपके भोजन पर विशेष ध्यान देना होगा।
४। कम बोलना सीखें : एक अच्छे सिंगर के लिए ये बहुत ज़रूरी है की वो कम बातें करे। ज़्यादा बातूनी होना सिंगिंग प्रोफेशन के लिए हानिकारक है। आपकी कोशिश ये होनी चाहिए की आपकी आवाज़ का ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेमाल गाने के लिए हो न की बोलने के लिए। आप ये भी ख्याल रखें की जब भी बातें करें तो धीमी आवाज़ और गहरी आवाज़ में करें जैसा की सभी सिंगर करते हैं जैसे मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर और सोनू निगम इत्यादि। इन गायकों के बात करने की शैली पर ध्यान दें और आपके बात करने के तरीके में सुधार करें।
ऊपर दिए गए तीन नियमों का पालन करने से आपकी आवाज़ की रेंज निश्चित रूप से बढ़ेगी। अब इसके बाद कुछ अलंकार सीखते हैं जो आपको आपकी singing practice में शामिल करना है। आपने अलंकार तो सीखे ही होंगे अगर नहीं तो आप अलंकार सीखने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लीक करें।
Singing Lessons For Beginners In Hindi घर बैठे संगीत सीखिए
आपको रेंज बढ़ाने के लिए निम्नलिखित पलटे गाने हैं। अगर आप इन अलंकारों का अभ्यास करते हैं तो आपको अगले 30 दिनों में फर्क महसूस होने लगेगा।
सा रे ग म प ध नी सा’
रे ग म प ध नी सा’ रे’
ग म प ध नी सा’ रे’ ग’
म प ध नी सा’ रे’ ग म’
प ध नी सा’ रे’ ग म’ प’
ऊपर दिए गए अलंकार में आप माध्यम सप्तक के सा से शुरू करके तार सप्तक के प तक जाते हैं। इस अलंकार को करते समय अगर आपको गले में दर्द हो तो आप जहाँ तक आपकी आवाज़ आसानी से पहुंच सके वहाँ तक रियाज़ करें।
सा’ नी सा’
सा’ नी ध नी सा’
सा’ नी ध प ध नी सा’
सा’ नी ध प म प ध नी सा’
सा’ नी ध प म ग म प ध नी सा’
सा’ नी ध प म ग रे ग म प ध नी सा’
सा’ नी ध प म ग रे सा रे ग म प ध नी सा’
ऊपर दिए गए singing exercise में आपको तार सप्तक के सा से एक एक स्वर नीचे आना है और वापस तार सप्तक के सा तक जाना है। इससे आपकी आवाज़ तार सप्तक में सहज महसूस करने लगेगी और कुछ दिनों के बाद आपके तार सप्तक के स्वर आसानी से लगने लगेंगे। उम्मीद है की इस अध्याय से आपको फायदा होगा। कृपया आपकी राय और प्रतिक्रिया हमें कमेंट के माध्यम से बताएं। नियमित रूप से नयी ज्ञानवर्धक जानकारियों के लिए अजनाभ को सब्सक्राइब करें, आपके सहयोग और प्यार के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद्। जय हिन्द।