Google Doodle Zarina Hashmi: जरीना हाशमी मिनिमलिज्म आर्ट आंदोलन का हिस्सा रह चुकी हैं , हाशमी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने आकर्षक वुडकट्स और इंटैग्लियो प्रिंट के लिए एक अलग पहचान मिली थी. उन्हें गूगल द्वारा सम्मानित किया जाना हर कला प्रेमी के लिए गौरव की बात है.
विभाजन से पहले भारत में बीता जरीना हाशमी का जीवन
भारत में जन्मे जरीना के परिवार को भारत पाक बटवारे के समय दुखद तरीके से पाकिस्तान में कराची जाना पड़ा था. जरीन हाशमी का जन्म आज ही के दिन 1937 में भारत के एक छोटे से शहर अलीगढ़ में हुआ था. वो अपने चार भाई- बहनों के साथ 1947 में भारत के विभाजन तक सुखी जीवन बिता रही थी.
21 साल की उम्र में युवा विदेश सेवा राजनयिक से की थी शादी
जरीना हाशमी की शादी एक युवा विदेश सेवा राजनयिक से मात्र 21 साल की उम्र में हो गयी थी. इसके बाद उन्होंने विश्व की यात्रा की और जापान, पेरिस और बैंकोक में अपना जीवन बिताया. वहां उन्होंने जहां वह प्रिंटमेकिंग, आधुनिकतावाद और अमूर्तता जैसे कला आंदोलनों में अपना योगदान दिया था.
1977 में, जरीना हाशमी ने न्यूयॉर्क में महिला कलाकारों के बीच काफी मशहूर हो गयी। उन्होंने हेरेसीज़ कलेक्टिव ज्वाइन कर लिया जो एक महिलाओं की पत्रिका है और राजनीति, कला और सामाजिक न्याय के बारे में अपने विचार प्रकट करती है। उन्होंने अपनी कला के द्वारा पुरे विश्व के लोगो का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया.
उनके चित्रों को San Francisco Museum of Modern Art, the Whitney Museum of American Art, the Solomon R. Guggenheim Museum और the Metropolitan Museum of Art के साथ साथ और भी जाने माने स्थानों पर पर्दर्शित किया गया.
गूगल ने रविवार 16 जुलाई 2023 को को भारतीय-अमेरिकी कलाकार तथा प्रिंटमेकर जरीना हाशमी (Zarina Hashmi) को उनकी 86वीं जयंती पर डूडल बनाकर श्रद्धांजलि अर्पित की है.