शहर में कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए कलेक्टर को ही बड़े कदम उठाने पड़ते हैं। वे कर्फ्यू लगा सकते हैं और धारा 144 का आदेश जारी कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपका कलेक्टर होना जरूरी है क्योंकि कोई अन्य सरकारी अधिकारी इस काम को नहीं कर सकता। बहुत सारे छात्र चाहते हैं कि वे भी कलेक्टर बनें और समाज को बेहतर बनाने में मदद करें। ऐसे में बहुत से छात्रों के मन में यह सवाल होता हैं कि कलेक्टर बनने के लिए कौन सा सब्जेक्ट (collector banne ke liye subject) लेना चाहिए? आइए, हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं। हमारे ब्लॉग में आपको collector banne ke liye subject कौन से लें समझने में मदद करेगा और आपको कलेक्टर बनने के लिए एक सही दिशा में मार्गदर्शन भी मिल जायेगा।
COLLECTOR BANNE KE LIYE KAUN SA SUBJECT LENA CHAHIYE
कलेक्टर बनने के लिए कोई खास सब्जेक्ट नहीं चाहिए, आप किसी भी विषय में पढ़कर कलेक्टर बन सकते हैं। लेकिन यूपीएससी की परीक्षा को पास करने के लिए आपको कुछ स्पेसिफिक विषय पढ़ने पड़ते हैं, इसके बारे में हम विस्तार से जानने के लिए हमें इसके परीक्षा पैटर्न को समझना पड़ेगा।
यूपीएससी की परीक्षा तीन चरणों में होती है: पहला है प्रारंभिक परीक्षा, फिर मुख्य परीक्षा, और अंत में इंटरव्यू।
प्रारंभिक परीक्षा में 2 पेपर होते हैं। पहला पेपर जनरल स्टडीज का होता है, जिसमें 200 नंबर के 100 प्रश्न होते हैं और सभी बहुविकल्पीय होते हैं। जनरल स्टडीज के इस पेपर को सॉल्व करने के लिए आपको 2 घंटे का समय दिया जायेगा।
GENERAL STUDIES SUBJECTS FOR UPSC
- सरकारी नीतियां और पहलू
- कला और संस्कृति
- आधुनिक इतिहास
- सामयिकी
- भूगोल
- राजनीति
- पर्यावरण और परिस्थितिकी
- विज्ञान
- मध्यकालीन इतिहास
- अंतरराष्ट्रीय संबंध
- आजादी के बाद का इतिहास
- अर्थशास्त्र
- संस्थान
CIVIL SERVICES APTITUDE TEST SUBJECTS
- सामान्य बौद्धिक योग्यता
- Logical and analytical ability
- Comprehensive
- गणित (अंकगणित, बीजगणित, रेखागणित तथा सांख्यिकी)
- Decision making and problem solving
- अंग्रेजी
इसके बाद मुख्य परीक्षा होती है, जिसमें 9 पेपर होते हैं और प्रत्येक पेपर का समय 3 घंटे होता है। इसमें भाषा के 2 पेपर होते हैं।
LANGUAGE (2 पेपर)
- निबंध (Essay)
- सामान्य अध्ययन 1 (General Studies 1)
- सामान्य अध्ययन 2 (General Studies 2)
- सामान्य अध्ययन 3 (General Studies 3)
- सामान्य अध्ययन 4 (General Studies 4)
- वैकल्पिक पेपर – पेपर 1 और पेपर 2
भाषा (दो पेपर) में अंग्रेजी का पेपर अनिवार्य होता है, जिसमें 300-300 अंक होते हैं और समय 3-3 घंटे दिया जाता है। इसके बाद निबंध का होता है, जो 300 अंक का होता है और इसमें आपको समय 3 घंटे का दिया जाता है।
ESSAY SUBJECTS FOR COLLECTOR
- प्राकृतिक आपदायें
- राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय घटनाक्रम
- कृषि उद्योग एवं व्यापार
- राजनैतिक क्षेत्र
- राष्ट्रीय विकास योजना और परियोजना
- साहित्य और संस्कृति
- सामाजिक क्षेत्र
- आर्थिक क्षेत्र
- विज्ञान
- पर्यावरण और प्रौद्योगिकी
GENERAL STUDIES SUBJECTS FOR COLLECTOR (GS-1, GS-2, AND GS-3)
- भारतीय इतिहास (प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक)
- भारतीय राजनीति
- विश्व भुगोल
- सामान्य विज्ञान
- भारतीय भुगोल और प्राकृतिक संसाधन
- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घटित वर्तमान घटनाएं
- भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन और भारतीय संस्कृति
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- भारतीय कृषि
- सामाजिक रीति रिवाज
- जीवन शैली
General Studies 4 के सब्जेक्ट की बात करते हैं, तो इसमें Ethics पेपर होता है, जिसके लिए 250 नंबर का एक एग्जाम होता है।
ऑप्शनल पेपर की बात करते हैं, तो यहाँ 2 पेपर होते हैं, पेपर 1 और पेपर 2, दोनों में 230-230 नंबर के होते हैं और इनके लिए 3-3 घंटे का समय होता है।
कुल मिलाकर 29 सब्जेक्ट होते हैं, जिसमें से कैंडिडेट को कोई एक सब्जेक्ट चुनना पड़ता है, जिसमें उसके पास प्रश्न पूछे जाते हैं।
अंतिम प्रक्रिया इंटरव्यू होता है, जिसके लिए भी 250 नंबर का होता है। इंटरव्यू पास करने के बाद आप एक आईएएस ऑफिसर बनते हैं, और उसके बाद आप एक कलेक्टर बन जाते हैं।
12TH PASS KARNE KE BAAD COLLECTOR KAISE BANE IN HINDI
- सबसे पहले, आपको 12वीं कक्षा में कम से कम 50% अंक प्राप्त करने होंगे।
- फिर, किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री हासिल करनी होगी।
- आप अपनी पसंद के किसी भी विषय में स्नातक कर सकते हैं।
- स्नातक पूरा होने के बाद, आपको संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा देनी होगी और उसमें अच्छे रैंक हासिल करना होगा।
- UPSC की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में अच्छे रैंक हासिल करने पर, आप एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी बन सकते हैं।
- UPSC में हासिल की गई रैंक के अनुसार, आपको जिले के विभिन्न विभागों में नियुक्त किया जाता है।
- विभिन्न विभागों में कुछ वर्षों की सेवा के बाद, आपको कलेक्टर के पद पर नियुक्त किया जाता है।
कलेक्टर बनने के लिए योग्यतायें
शैक्षिक योग्यता
कलेक्टर बनने के लिए आपका 12वीं कक्षा पास होना जरूरी है, और इसके बाद किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज से ग्रेजुएशन करना चाहिए। ग्रेजुएशन के बाद ही आप यूपीएससी की परीक्षा में भाग ले सकते हैं।
आयु सीमा
कलेक्टर बनने के लिए आवश्यक आयु 21 से 32 वर्ष है, जो कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित की गई है। विशेष रूप से एससी/एसटी और ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए कुछ वर्षों की छूट दी गई है, जो की कुछ इस प्रकार है:
- सामान्य वर्ग: 21 से 32 वर्ष
- पिछड़ा वर्ग: 21 से 35 वर्ष (3 वर्ष की छूट)
- एससी/एसटी वर्ग: 21 से 37 वर्ष (5 वर्ष की छूट)
COLLECTOR KI TAIYARI KAISE KARE
- अपने स्नातक के साथ कलेक्टर की तैयारी शुरू करें।
- आवश्यक बुक्स खरीदें, NCERT बुक्स का भी सहारा लें।
- रोज़ न्यूज़पेपर पढ़ें, करेंट अफेयर्स और जनरल नॉलेज को बढ़ाने के लिए।
- पिछले साल के पेपर्स का एनालिसिस करें, ताकि आपको पैटर्न का पता चले।
- अच्छी कोचिंग ज्वाइन करें, या फिर ऑनलाइन पढ़ाई करें।
COLLECTOR KI SALARY KITNI HOTI HAI
कलेक्टर की महीने की सैलरी के बारे में बात करें तो, एक कलेक्टर की महीने की सैलरी सातवें वेतन आयोग के अनुसार लगभग ₹80,000 से ₹2,50,000 तक हो सकती है।
हर राज्य में कलेक्टर की सैलरी अलग-अलग होती है। कहीं कम, कहीं ज्यादा। इसमें राज्य की आर्थिक स्थिति और शासन का निर्णय भी बहुत महत्वपूर्ण होता है।
सैलरी के अलावा, कलेक्टर को कई सारी सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं। इनमें आवास, ड्राइवर, सिक्योरिटी गार्ड, बिजली-पानी, और गाड़ी की सुविधा शामिल हैं। ये सभी चीजें सरकार द्वारा फ्री में प्रदान की जाती हैं, जिससे कलेक्टर को और भी अधिक लाभ होता है।
FAQs
क्या कलेक्टर बनने के लिए होने वाली यूपीएससी परीक्षा कठिन है?
हाँ, यूपीएससी परीक्षा भारत में सबसे मुश्किल प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक है। लेकिन सच्ची और मेहनती तैयारी से आप परीक्षा को पास कर सकते हैं।
क्या 12वीं में कॉमर्स करने के बाद कलेक्टर बन सकते हैं?
हाँ, 12वीं कक्षा में कॉमर्स स्ट्रीम से भी आप कलेक्टर बनने के लिए योग्य हो सकते हैं। 12वीं कक्षा में किसी भी स्ट्रीम में पढ़ाई करने के बाद आप उन्नत स्तर की पढ़ाई के लिए आगे बढ़ सकते हैं।
कलेक्टर बनने के लिए कितने साल लग सकते हैं?
सीधी भर्ती के लोगों को 5 से 6 साल की सेवा के बाद ही कलेक्टर के पद पर नियुक्ति मिलती है, जबकि राज्य सिविल सेवा से पदोन्नत होने वाले व्यक्ति 10 से 20 वर्ष की सेवा के बाद कलेक्टर के पद पर काम कर सकते हैं।