भारत का प्राचीन इतिहास (Ancient History Of India)
भारतीय इतिहास की सुरुआत लगभग 65000 साल पहले होमोसेमपियंस के साथ हुई थी. जब पिडी डार पिडी अनेक जीवो का निर्माण हुआ उनमें से एक जाति मनुष्य की थी.जिसे होमोसेमपियंस के नाम से हम आज जानते है
. उस वक्त ये जाती इतनी विकसित नहीं थी.भोजन के तलाश में यह इधर-उधर भटक कर समय के साथ यह पहले आग और पहिए की खोज कर ली थी.और यह समूह बनाकर रहना सिख लिए थे और वहीं से शुरू होती है सभ्यताओं की! इनहोन नदियों के किनारे समूह बना कर रहना शुरू किया.जिसको चार सभ्यताओं की शुरुआत हुई- चीनी सभ्यता,मिश्र सभ्यता,मेसोपोटामिया सभ्यता,हड़प्पा सभ्यता….!
आज हम बात कर रहे हैं भारत का प्राचीन इतिहास (Ancient History Of India).
और हड़प्पा सभ्यता से हि भारत के इतिहास का सुरुआत हुआ है.सभी सभ्यताओं से सबसे ज्यादा विकसित हडप्पा सभ्यता को माना गया है.जो की सिंधु नदी के किनारे शुरू हुई थी.हड़प्पा सभ्यता की शुरुआत 2500 ईसा पूर्व से 1750 ईसा पूर्व तक माना गया है.हडप्पा सभ्यता के बाद एक नया दौर वैदिक कल की शुरुआत हुई जो 1500 ईसा पूर्व से 600 ईसा पूर्व तक माना जाता है.हमारे प्राचीन भारत के इतिहास (Ancient History Of India) में
इस काल का वैदिक काल नाम पढ़ने के पीछे है वेदों का निर्माण…!
वैदिक कल को दो भागो में बाटा गया है –
1.पूर्व वैदिक काल
2.उत्तर वैदिक काल
पूर्व वैदिक काल में ऋग्वेद का निर्माण हुआ है और ऋग्वेद में ही गायत्री मंत्र का उल्लेख है!
सामवेद ,यजुवेद ,और यथार्थ्र वेद इन वेद का निर्माण उत्तर वैदिक काल में हुआ है!जिसमे सामवेद का संबंध गीत संगीत से है!यजुवेद में परम्पराओं का जिक्र है यथार्थ वेद में जादू टोना का जिक्र है!
हड़प्पा सभ्यता की तुलना में वैदिक काल ग्रामीण सभ्यता थी.जबकी हडप्पा सभ्यता एक नगरी सभ्याता थी .उत्तर वैदिक काल में लोहे की खोज से पेड़ की कटाई ज्यादा तर हुई और उत्तर भारत की ज्यादतर भूमि कृषि की बना ली जिसके काड़ा करण इसके जीवन में स्थिर आया.इस बिच प्राचीन भारत में धर्मों का निर्माण हुआ.धर्म की वजह से लोग आपस में मतभेद करने लगे. जिसमे ज्यादातर भारत में छोटे-छोटे राज्य बन गए.और यह आपस में युद्ध कर एक दूसरे का राज्य हासिल करते थे.और राज्यों में अपना अस्तित्व रखते थे…!
इन सबके बीच में हमारे प्राचीन भारतवर्ष (Ancient India) का नाम बार-बार बदला गया .आज हम अपने देश का नाम भारत इंडिया या हिंदुस्तान जानते है जो अब स्थिर है!लेकिन हमारे देश का नाम समय के साथ-साथ बहुत बार बदला भी गया है—
प्राचीन भारत का नाम (Name Of Ancient India)
- मेलुहा/मलुक्खा
- नाभि वर्ष
- आर्यव्रत
- जम्बूद्वीप
- भारतवर्ष
- पुण्य भूमि
- योगभूमि
- कर्मभूमि
- पवित्र भूमि
- हिंदुस्तान
- इंडिया
मेलुहा/ मलुक्खा
मेलुहा/ मलुक्खा भारत का सबसे प्राचीन नाम है.जो लिखा हुआ है सुमेरियन मैं और अखाड़ियान ग्रंथों मे और सिंधु घाटी की सभ्यता को ये नाम मेलुहा/ मलुक्खा दिया गया था और सिंधु घाटी की सभ्यता भारत में थी इसलिए हम मानते हैं कि यह भारत का सबसे प्राचीन नाम है!
नाभि वर्ष
नाभि वर्ष नाम का वर्णन हम पाते हैं जैन धर्म के आदिपुराण में.जहां एक राजा का नाम नाभी था जो जैन धर्म के प्रथम तीर्थक ऋषभनाथ के पिता थे और उन के नाम से हि भारत का नाम नाभी वर्ष पड़ा जिसका मतलब है नाभि की भूमि(Land Of Nabhi)…!
आर्यव्रत
प्राचीन भारत का नाम आर्यव्रत आर्यों की वजह से पड़ा था.जैसे हम जानते हैं आर्य बाहर देशो से आया था.और आर्य जहां- जहां जकार अपना आवास स्थान बनाया उस-उस जगह को आर्यव्रत कहा गया!और भारत में बंगाल की खाड़ी से लेकर अरब सागर तक आर्य बसे हुए थे…।
जम्बूद्वीप
प्राचीन भारत(Ancient India) का यह नाम जामुन के पेड़ो की वजह से पड़ा है।भारत में जामुन का पेड़ बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता था।और यह नाम हम भारत के बहुत पुराने ग्रंथों में पाते हैं…!
होडू
प्राचीन भारत(Ancient India) का यह नाम हमें हिब्रू बाइबल के अंदर से मिला है.बाइबल में एक पुराने नियम है जिसके अंदर ESTHER की किताब है और ये किताब में एक राजा का उल्लेख किया गया है. राजा का नाम था श्रेयसयाराजा! और उसे राजा के बारे में लिखा गया है कि उसका जो राज्य था वह भारत से लेकर इथोपिया तक था. और जो शब्द वहां पर भारत के लिए इस्तेमाल किया गया है वह है होडू!और इसीलिये हम कह सकते हैं कि बाइबल में भारत के लिए होडू शब्द का भी इस्तमाल हुआ है…!
भारतवर्ष
भारतवर्ष नाम एक ऐसा नाम है जो हमारे राजा महाराजाओं के नाम पर पड़ा है।ऐसे तो भारतवर्ष नाम पड़ने के बहुत सारे कहानियां हैं पर जो दो अहम कहानी है वह मैं आपको बताता हूं!सबसे पहले जैन धर्म के प्रथम तीर्थकर ऋषभनाथ हुए उनके बड़े बेटे का नाम भारत चक्रवर्ती था और लोगों का मानना है कि भारत चक्रवर्ती के नाम से हमारे देश का नाम भारतवर्ष पड़ा.और दूसरी बात हस्तिनापुर के राजा जो दुष्यंत थे उनके बेटे का नाम भी भारत था और बहुत लोगों का मनाना है कि दुष्यंत के बेटे भारत भारत का नाम से हमारे देश का नाम भारतवर्ष पड़ा।
पुण्य भूमि
प्राचीन भारत को पुण्य भूमि भी कहा गया है बहुत सारे ग्रंथों में हमारे भारत का नाम पुण्य भूमि के रूप में लिखा गया है।
योगभूमि
जैसे कि हम सबको पता है और यह ग्रंथों में भी पाया गया है भारत में ही योग की शुरुआत हुई थी और आज हमारे जीवन में योग का क्या महत्व है हम सबको पता है.इन्ही वजह से भारत को योग भूमि भी कहा गया है।
कर्मभूमि
भारतवर्ष को कर्मभूमि के नाम से भी जाना जाता है. पूर्व वैदिक काल मे लोग अपने कर्म से जाने जाते थे. उनके लिए कर्म ही सब कुछ होता था. एक दूसरे को आश्वासन देने से कभी पीछे नहीं हटते थे.अथार्थ भारतवर्ष को कर्मभूमि भी कहा गया है
पवित्र भूमि
भारतवर्ष को पवित्र भूमि के भी नाम से जाना जाता है. इसका कारण यह है योग की शुरुआत भारत में हुई वैदिक कल में लोग एक दूसरे को आश्वासन देने से पीछे नहीं हटते ये सबसे ज्यादा यहां पर ही देवी-देवताओं का मन होता था बहुत सारे ग्रंथों में इसका उचारन।
हिंदुस्तान
हिन्दुस्तान नाम भारत को तब मिला जब फारसी राजा Darius 1 भारत आए। भारत में आने का उस वक्त सिर्फ एक ही रास्ता था वह था सिंधु नदी और यह जो सिंधु नदी थी यही हमारे भारत देश की पहचान हुआ करती थी और फारसी भाषा जो है उसमे ‘स’ का उच्चरण ‘ह’ से होता था.तो जब वह लोग सिंधु बोला करते थे तो उनके मुंह से हिंदू निकला और उसी हिंदू शब्द से हिंदुस्तान का निर्माण हुआ।
इंडिया
भारतवर्ष का इंडिया नाम ग्रीक(Greek) ने दिया.और यह नाम INDUS शब्द से आया।और सिंधु को ही ग्रीक में INDUS कहा जाता है।मैने बताया जो की फारसी थे वह SINDU को HINDU कहते थे.और जो ग्रीक भाषा है उसमें ‘H’ लेटर साइलेंट होता है. तो SHINDU से बना HINDU और हिंदू से बना INDU .और INDU से शब्द आया INDUS .और INDUS से बना INDIA.तो ऐसे हमारे देश का नाम इंडिया पड़ा..!
आज आपने क्या सीखा
आशा करते हैं यह लेख के द्वारा आपने भारत के प्राचीन नामों को जाना है। भारतीय संस्कृति जितनी पुरानी है उतना ही पुरानी इसकी परंपरा और नाम हुए। भारत का नाम उसके विभिन्न कालों में अलग-अलग और विभिन्न सदियों में अलग-अलग होता गया। आशा करते हैं कि आपको भारत की प्राचीन इतिहास और नाम के बारे में कुछ जानकारी प्राप्त हुई होगी ऐसे ही ज्ञानवर्धक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे वेबसाइट को सब्सक्राइब करें और कमेंट और शेयर करना ना भूले।
1 thought on “Ancient Name of India क्या आप जानते हैं भारतवर्ष का सबसे पहला नाम क्या था ?”